
बिहार कर्मचारी चयन आयोग बिहार संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा की तिथि जल्द ही घोषित करने वाला हैं, परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 14 अप्रैल 2022 को शुरू हुई थी और नवीनतम अपडेट के अनुसार 1 जून 2022 तक परीक्षा के लिए आवेदन स्वीकार किए गए हैं। जो लोग परीक्षा के लिए आवेदन करना चाहते है, उन्हें अपनी तैयारी को बेहतर बनाने और अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए एक रणनीति तैयार करनी होगी।
आइए बिहार सीजीएल परीक्षा के बारे में संक्षिप्त जानकारी लेते हैं:-
मुख्य बीएसएससी सीजीएल भर्ती परीक्षा में दो पेपर होते हैं। पेपर 1 भाषा का पेपर होगा जिसमें हिंदी के 100 प्रश्न होंगे। पेपर -2 में तीन खंड होंगे, प्रत्येक खंड 50 अंक का होगा, सामान्य अध्ययन, सामान्य विज्ञान और गणित और समझ / तार्किक तर्क / मानसिक क्षमता। आपको टेस्टवाले पोर्टल पर बिहार सीजीएल परीक्षा के बारे में नवीनतम अपडेट प्राप्त हो सकती हैं क्योकि वह परीक्षा से जुड़ी जानकारियों को जल्द से जल्द अभ्यर्थियों के लिए अपने पोर्टल पर उपलब्ध करवाता है।
अब समय आ गया है आत्मनिरीक्षण करने का:-
आत्मनिरीक्षण के लिए, आपको पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र का अभ्यास करना होगा क्योंकि उन प्रश्नों को पढ़ने से आपको प्रश्नों के कठिनाई स्तर को समझने में मदद मिलेगी। साथ ही यह आपको आत्मनिरीक्षण करने में भी मदद करेगा कि आप किस विषय में पिछड़ रहे हैं और किस विषय पर आपको ध्यान देने की जरूरत है। टेस्टवाले बिहार सीजीएल पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों की एक मुफ्त पीडीएफ प्रदान कर रहा है।
टेस्टवाले मुफ्त अध्ययन सामग्री प्रदान करता है, जैसे कि क्विज़, एमसीक्यू, सेक्शनल टेस्ट सीरीज़ और छात्रवृत्ति परीक्षण, जो सबसे नवीनतम परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम पर आधारित हैं।






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अवसाद या डिप्रेशन का तात्पर्य मनोविज्ञान के क्षेत्र में मनोभावों संबंधी दुख से होता है। अवसाद जीवन की ऐसी किसी अनचाही घटना से हो सकता है जैसे प्यार में धोखा, किसी प्रियजन से बिछड़ जाना, कोई लम्बी बिमारी, बेरोजगारी, असफलता इत्यादि।मोटे तौर पर हर 10 में से 1 पुरुष को अवसाद होता है और महिलाओं में हर 5 में से 1 महिला को अवसाद है, डब्लू एच ओ ने भी इस बिमारी को घातक बताया है, इसमें मनुष्य को लगता है उसके जीवन का कोई लक्ष्य नहीं है और वो हमेशा अपने जीवन को खत्म करने के बारे में सोचता रहता है। ❍ डिप्रेशन का इलाज तो संभव है पर हम अपने खान-पान में बदलाव करके भी इसे सही कर सकते हैं। काजू का सेवन ; काजू का सेवन करने से घबराहट और तनाव नहीं होता, अवसाद से लड़ने के लिए ये दवा का काम करता है। काजू विटामिन सी से भरपूर है और मूड फ्रेश करने में मदद करता है।बादाम का सेवन; बादाम में अच्छी मात्रा में फाइबर, मैग्नीशियम और प्रोटीन होता है। करीब 8-10 बादाम को रात भर पानी में भिगों लें और इनका छिलका निकलकर पेस्ट बना ले अब इस पेस्ट को दूध में मिलाकर पीने से अवसाद में फायदा होता है।ग्रीन-टी का सेवन; ग्रीन-टी में एंटीऑक्सिडेंट्स और एमिनो एसिड्स होते हैं जो डिप्रेशन से बाहर आने में मदद करते हैं, आप अपनी रेगुलर चाय को ग्रीन-टी से बदल सकतें हैं।पालक का सेवन; हरे पत्तेदार सब्जियों में पालक सबसे स्वादिष्ट होता है, इसमें अच्छी मात्रा में आयरन होता है और ये अवसाद से लड़ने में मदद करता है।केला; मूड को अच्छा करने और आत्मविश्वास को बढ़ाने में केले में मौजूद ट्रिपटोफान मददगार साबित हो सकते हैं। केलों में मैग्नीशियम भी काफी मात्रा में होता है। यह रिलेक्स करने में मदद कर सकते हैं। विटामिन बी 6 भी अवसाद से राहत देने में मदद करते हैं।अखरोट; अखरोट भी एक अच्छा विकल्प है इसमें ओमेगा तीन अच्छी मात्रा में होता है जो मस्तिष्क के विकास के लिए अच्छा होता है। शाकाहारी लोगों को अपनी डाइट में अधिक से अधिक ड्राई फ्रूट शामिल करने चाहिए। इसके साथ ही केला, अंगूर, अंडा, साबुत अनाज खाने से डिप्रेशन से बाहर आने में मदद मिलती है। इसके साथ ही जरुरी है आप सही समय पर नियमित खाना खाएं और ज्यादा तला हुआ खाना न लें साथ ही शुगर की मात्रा भी कम कर दें। डिप्रेशन में व्यायाम बहुत जरुरी होता है, सही समय पर प्राणायाम और सही वक़्त पर सही आहार लेने से आप अवसाद को हरा सकतें हैं। SOURCE: https://www.flypped.com/diet-for-depression-and-say-goodbye-to-depression/hindi/