देश में चल रहे अग्निपथ स्कीम पर बहुत से विवाद देखने को मिल रहे है जहां युवाओ द्वारा विरोध बहुत गलत तरीके से किया जा रहा है। लेकिन साथ ही बहुत से लोगोँ का मन्ना है कि यह स्कीम बहुत ज्यादा फायदेमंद है जिससे युवाओ का भविष्य सही राह पर रहेगा । इस स्कीम का साथ बहुत से बड़े कॉरपोरेट घराने (Corporate Houses) और दिग्गज उद्योगपति (Industrialists) द्वारा किया जा रहा है।
बता दें कि यह स्कीम का ऐलान 14 जून को किया गया था। इसके तहत युवाओं को तीनों सैन्य बलों में 04 साल तक सेवा देने का मौका मिलेगा, लेकिन विरोध करने कि मुख्या वजह यह है कि चार साल बाद उनके सामने एक बार फिर से बेरोजगार होने का जोखिम रहेगा जसिके लिए वो इस स्कीम को वापिस लेने कि मांग कर रहे थे।
अग्निवीरों को नौकरी देंगी टाटा की कंपनियां
दूसरी तरफ इस स्कीम को नामी लोगोँ द्वारा सरहाया भी गया जहां टाटा संस के चेयरमैन से पहले महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Mahindra Group Chairman Anand Mahindra) आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका (RPG Enterprises Chairman Harsha Goenka), बायोकॉन लिमिटेड की चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ (Biocon Ltd Chairperson Kiran Mazumdar-Shaw) और अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप की ज्वाइंट मैनेजिंग डाइरेक्टर संगीता रेड्डी (Apollo Hospitals Group's Joint MD Sangita Reddy) ने इसको एक अच्छी स्कीम माना है।
इतना ही नहीं इसकी तारीफ के बाद टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन (Tata Sons Chairman N Chandrasekharan) बोले कि टाटा ग्रुप की कंपनियां अग्निवीरों (Agniveer) को 4 साल की सेवा के बाद नौकरी में प्राथमिकता देंगी।
– (Beed Model in Hindi ) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उनसे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के ‘बीड मॉडल’ के राज्यव्यापी कार्यान्वयन के लिए कहा। आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से बीमा योजना कैसे काम करती है?
2016 में लॉन्च किया गया फ्लैगशिप PMFBY (प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना) खराब मौसम की घटनाओं के खिलाफ खेत के नुकसान का बीमा करती है। किसान प्रीमियम का 1.5-2% भुगतान करते हैं और शेष राज्य और केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाता है। यह केंद्रीय दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य के कृषि विभागों द्वारा कार्यान्वित एक केंद्रीय योजना है। किसानों के लिए प्रीमियम की कम दर और अपेक्षाकृत अच्छा कवरेज योजना को आकर्षक बनाता है। उदाहरण के तौर में समझे जैसे 1300 रुपये का प्रीमियम 45,000 रुपये में एक हेक्टेयर सोयाबीन का बीमा कर सकता है। 2020 से पहले तक यह योजना उन किसानों के लिए वैकल्पिक थी जिनके पास ऋण लंबित नहीं था। लेकिन ऋणी किसानों के लिए अनिवार्य था। 2020 से यह सभी किसानों के लिए वैकल्पिक है।जाने महाराष्ट्र फसल बीमा का बीड मॉडल किस पर जोर दे रहा है ?
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट ने ऐसे 3 लोगों गिरफ्तार किया है जो कि पहले प्राइवेट नौकरी किया करते थे लेकिन कोरोना के चलते नौकरी जाने में बाद इन लोगों ने गाड़ियों पर हाथ साफ करना शुरू कर दिया.
दरअसल, दिल्ली पुलिस की साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट को एक गुप्त सूचना मिली थी कि ऑटो लिफ्टर का एक गैंग इलाके में आने वाला है जिसके बाद पुलिस ने 9 तारीख की रात बदमाशों को पकड़ने के लिए श्रीनिवासपुरी इलाके में ट्रैप लगाया.
सुबह करीब 4.30 बजे के आसपास पुलिस को एक बाइक आती दिखाई दी जिसपर 3 लोग सवार थे.
चोरी की गई बाइक्स को ये लोग यूपी में 4 से 5 हजार में बेच दिया करते थे.
बहरहाल, पुलिस ने इन लोगों के पास से 6 चोरी की बाइक भी बरामद की है.
Irrfan's Angrezi Medium leaked online - इरफ़ान खान की फिल्म अंग्रेजी मीडियम को एक ऑनलाइन वेबसाइट ने लीक कर दिया है, ये फिल्म शुक्रवार को रिलीज़ हुई थी और रिलीज़ होने के साथ ही इसको एक वेबसाइट ने लीक कर दिया और ये हाई क्वालिटी में ऑनलइन लीक हो गयी है। जिस वेबसाइट ने इसको लीक किया है उसका नाम है tamilrockers है, ये पहली बार नहीं है जब इस वेबसाइट ने ऐसा काम किया हो। इस से पहले ये वेबसाइट कई अन्य फिल्में भी लीक कर चुकी है। इनमें कुछ फिल्मों के नाम हैं ‘Shubh Mangal Zyada Saavdhan‘ , Love Aaj Kal, Street Dancer 3d इत्यादि, पहले ये वेबसाइट सिर्फ तमिल फिल्मों को ही लीक करती थी पर अभी कुछ सालों में इसने अपना दायरा बढ़ा लिया है और अब ये बॉलीवुड के साथ साथ हॉलीवुड फिल्मों को भी लीक कर रही है। इस से पहले कुछ फिल्म निर्माताओं की टीम ने ऐसी वेबसाइट को रोकने के लिए चेन्नई हाई कोर्ट से गुहार लगायी, कोर्ट ने इन वेबसाइट को बंद करने और लोगों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए पर अभी तक ये वेबसाइट सुचारु रूप से चल रही है। इरफ़ान की फिल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ , एक पिता की कहानी है जो अपनी बेटी को विदेश की एक यूनिवर्सिटी में पढ़ाना चाहता है ये कहानी इसी के इर्द गिर्द घूमती रहती है। कोरोना वायरस के चलते कई बड़े शहरों के सिनेमा घर बंद हो गए हैं इस से इस फिल्म की कमाई पर काफी असर पड सकता है । Read more – Latest entertainment update
Interstellar Review Hindi: अंतरिक्ष यात्रा से लेकर समय यात्रा तक की एक अनोखी कहानी।Interstellar Review Hindi: इंटरस्टेलर साइंस और एडवेंचर का बेजोड़ संगम है। जिसका निर्देश क्रिस्टोफर नोलन (Christopher Nolan) ने किया था, वह ऐसी-ऐसी फिल्में बनाते हैं, जो कोई भी भूल नहीं पाता है उनकी फिल्में बनाने की सोच और कहानी को बड़े पर्दे पर उतारने का नजरिया काफी अलग और दिल को दहला देने वाला होता है। चाहे वह Memento, Batman, या Inception इन सभी फिल्मों ने सिनेमाघरों से खुब तालियां बटोरी थी। और इनमें से ही एक इंटरस्टेलर फिल्म (Interstellar Film) है, जो साल 2014 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म का कांसेप्ट बाकी हर साइंस फिक्शन फिल्मो से काफी अलग था। इसमें स्पेस एडवेंचर से लेकर टाइम ट्रैवलिंग तक दिखाई गई थी। वह भी एक अलग ही समय में।
मुंबई: कर्ज में डूबे मुकेश अम्बानी के छोटे भाई अनिल अम्बानी ने तीन चीनी बैंकों से लोन मामले में अपनी संपत्ति को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि उनके पास कोई महत्वपूर्ण संपत्ति नहीं है। वहीं अब उनका खर्च उनकी पत्नी और परिवारवाले संभालते हैं। अनिल का यह भी कहना है कि उनकी आय का अब कोई दूसरा जरिया नहीं है और अब वे एक साधारण व्यक्ति हैं।तीन चीनी बैंकों से लिया था $700 मिलियन का क़र्ज़दरअसल अनिल अम्बानी और उनकी कंपनी रिलायंस कॉम ने फरवरी 2012 में तीन चीनी बैंकों से $700 मिलियन से अधिक का ऋण लिया था , जिसकी पर्सनल गारंटी अनिल अंबानी ने ली थी। जहाँ अब उनकी यह कंपनी दिवालिया हो चुकी है तो बैंकों ने ब्याज के साथ रकम वसूलने के लिए उन पर मुकदमा किया है। इन लोन देने वाले बैंकों में इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड (मुंबई ब्रांच), चाइना डेवलपमेंट बैंक और एक्जिम बैंक ऑफ चाइना हैं।लंदन हाई कोर्ट ने सुनाया था फैसलाइस केस में बीते 22 मई 2020 को लंदन हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि अनिल अंबानी 12 जून तक तीन चीनी बैंकों को $7.
17 मिलियन का भुगतान करेंगे, लेकिन जब तय समय पर यह भुगतान ना हुआ बैंकों ने संपत्ति घोषित करने की मांग की थी। इसपर अदालत ने अनिल अंबानी को 29 जून को दुनिया में फैली अपनी संपत्तियों को घोषित करने का आदेश भी पारित किया था।कानूनी विकल्पों का होगा इस्तेमालयही नहीं उनसे उनके ऐफिडेविट में यह भी बताने को कहा गया कि उन संपत्तियों में उनकी पूरी हिस्सेदारी भी है या वो इनमे भी किसी के साथ संयुक्त हकदार हैं। इसके साथ ही तीन चीनी बैंकों ने यह साफ़ कहा है कि वे जरुरत पड़ी तो अनिल अम्बानी के खिलाफ अपने बाकी सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे।