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मीडिया साक्षरता क्यों महत्वपूर्ण है?

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 मीडिया साक्षरता क्यों महत्वपूर्ण है?

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मीडिया साक्षरता शिक्षा Media Literacy Education एक विधि है, जिसके माध्यम से हम मीडिया साक्षरता कौशल Media Literacy Skills में सुधार कर सकते है। ये तो हम सब जानते हैं कि पूरे संसार में घटी हुई विभिन्न घटनाओं की जानकारी हमें मीडिया के माध्यम से ही मिलती है। यदि ये जानकारी सकारात्मक रूप से पेश की जाती है तो समाज में ईमानदारी शांति, नैतिकता, सौहार्द कायम रह सकता है और यदि यही जानकारी नकारात्मक तरीके से पेश की जाती है तो समाज में भ्रष्टाचार लालच, भय, द्वेष, दुर्भावना, दंगे, असंतुलन और अव्यवस्था फ़ैल जाती है। इन सभी चीज़ों को देखते हुए मीडिया साक्षरता आज के समय में बहुत जरुरी है। मीडिया साक्षरता का अर्थ Media Literacy Meaning है बच्चों को या लोगों को मीडिया के प्रति जागरूक बनाना और समाज में मीडिया के फैलते स्वरूप और बहुत बड़े स्तर पर उनके प्रभाव को देखते हुए उन्हें मीडिया के बारे में जागरूक करना।

आज के समय में मीडिया की उपयोगिता एवं भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण हो गयी है। यहाँ तक कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ भी कहा जाता है। क्योंकि मीडिया की जनता को जागरूक करने में बहुत बड़ी भूमिका होती है। दरअसल समाज के निर्माण में सूचनाओं का बहुत अहम् योगदान होता है और इन्हीं सूचनाओं को जन-जन तक पहुँचाने का काम करता है मीडिया। मीडिया से रीलेटेड आज के समय मे कई टर्म्स इस्तेमाल होने लगे हैं। न्यूज़ और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में मीडिया शब्द का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नही लोग मीडिया के अर्थ को न्यूज़ के संदर्भ में भी देखते हैं। आज मीडिया का हस्तक्षेप media intervention हमारे जीवन के हर हिस्से में है, चाहे वह हमारा व्यक्तिगत जीवन हो या सामाजिक। प्रायः हम सूचनाओं की प्राप्ति के लिए और किसी सूचना को आम जनमानस तक प्रेषित करने के लिए मीडिया पर ही आश्रित रहते हैं। सूचनाओं का प्रसार और लोगों पर उसका प्रभाव, इस बात पर भी निर्भर करता है कि हम किस माध्यम का चयन कर रहे हैंमीडिया साक्षरता (Media Litera

किसी भी समाज के निर्माण व संचालन में सूचनाओं का अहम योगदान होता है और इन सूचनाओं को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति या एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में मीडिया अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पढ़ने और लिखने की क्षमता को आमतौर पर "साक्षरता" कहा जाता है। साक्षरता पढ़ने और मीडिया साक्षरता के बीच बहुत समानताएं हैं। अक्षर पहचान पढ़ना सीखने का पहला चरण है। पाठक जल्द ही शब्दों को पहचानने में सक्षम होंगे और अधिक महत्वपूर्ण रूप से, उनके अर्थों को समझ सकेंगे। पाठक पुस्तक के साथ अपने अनुभवों के परिणामस्वरूप लेखक बनते हैं। पाठक और लेखक साक्षरता में दक्षता हासिल करते हैं क्योंकि वे अनुभव प्राप्त करते हैं। विभिन्न प्रकार के मीडिया को पहचानने और उनके द्वारा दिए गए संदेशों को समझने की क्षमता को मीडिया साक्षरता के रूप में जाना जाता है। मीडिया साक्षरता को जानना और समझना हम सबके लिए बहुत जरुरी है तभी जाकर हम एक अच्छे समाज का निर्माण करने में अपनी भागीदारी दे सकते हैं तो चलिए जानते हैं क्या है मीडिया साक्षरता और इसका क्या महत्व है।

मीडिया और मीडिया साक्षरता के बीच अंतर (Difference Between Media And Media Literacy)-

आज हम बतायेंगे आपको मीडिया और मीडिया साक्षरता के बीच अंतर। मीडिया Media प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से समाज में योगदान दे रहा है और वे अपने उत्तरदायित्वों के निर्वहन के समय समाज पर कैसा प्रभाव छोड़ रहे हैं, ये जानना अत्यंत आवश्यक है। क्योंकि आज मीडिया का लोगों पर सकारात्मक प्रभाव Positive impact, के साथ साथ नकारात्मक प्रभाव negative impact भी अधिक पड़ रहा है। हम मीडिया की उपयोगिकता, समाज में उनकी शक्ति और उनके महत्व को नकार नहीं सकते हैं लेकिन साथ साथ उनके नकारात्मक प्रभाव को भी अनदेखा नहीं कर सकते हैं। मीडिया ने जहाँ जनता को जागरूक कर निर्भीक बनाने का और पूरे विश्व में घटित विभिन्न घटनाओं की जानकारी देने और भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम किया है वहीं दूसरी ओर मीडिया ने चटपटी खबरों को ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर पेश करना और, अराजकता और अफवाह वाली खबरे प्रकाशित करना, खबरों को तोड़-मरोड़कर पेश करना, लालच में सत्तारूढ़ दल की चापलूसी करना और लालच, भय, राजनैतिक जाल में फंसकर अपनी भूमिका को खराब भी किया है। मीडिया के इस आचरण से समाज में अव्यवस्था फ़ैल रही है। इन्हीं सब चीज़ों को समझने के लिए आजकल एक शब्द का इस्तेमाल बहुत अधिक किया जा रहा है वो है Media Literacy मीडिया साक्षरता।

मीडिया के प्रति जागरूक (Media Conscious)-

आज हमारे पास इतनी सूचनाओं का अंबार Pile of information होता है कि हम सही और गलत में फर्क नहीं कर पाते हैं। इस समय राजनीतिक विचारधारा, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर हर दिन झूठी खबरें आती हैं। वहीं अगर देखा जाये तो आज मीडिया का हस्तक्षेप हमारे जीवन के हर हिस्से में हैं, चाहे वह हमारा व्यक्तिगत जीवन हो या सामाजिक। हम सब आजकल मीडिया पर बहुत अधिक निर्भर भी हो गए हैं, फिर चाहे हमें किसी सूचना को प्राप्त करना हो या फिर किसी सूचना को लोगों तक पहुँचाना हो। अब लोगों पर उसका प्रभाव कैसा पड़ता है यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि मीडिया ने उसे किस तरह से परोसा है। मीडिया साक्षरता का अर्थ सिर्फ अखबार, रेडियो और टेलीविज़न का प्रशिक्षण देने से नहीं है बल्कि लोगों को मीडिया के प्रति जागरूक Media conscious बनाने से है। पहले टेलीविजन, रेडियो और अखबार के द्वारा ही सूचनाओं का आदान प्रदान होता था लेकिन आज सोशल मीडिया Social media के द्वारा भी सूचनाओं का आदान-प्रदान बहुत सरल हो गया है। क्योंकि आज शायद ही कोई ऐसी जगह है जहाँ मोबाईल और इंटरनेट Mobile and internet की पहुँच न हो। जिसके कारण लोग सोशल मीडिया पर चलने वाली हर ख़बर और हर बात पर बिना सोचे समझे विश्वास कर लेते हैं। जिसका नतीजा बहुत ही भयानक रूप ले रहा है इसलिए मीडिया साक्षरता के द्वारा समाज में होने वाली चीज़ों के प्रति सही समझ उत्पन्न करने और नज़रिए में पारदर्शिता लाना जरुरी है। क्योंकि झूठी ख़बरों के द्वारा लोग मानसिक रूप से परेशान रहने लगे हैं।

Tags:

media literacy, media literacy education, media literacy skills

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