कोच्चि— केरल हाई कोर्ट ने एक महिला की अग्रिम जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित कर लिया है। महिला पर गलत तरीके से स्वम को एक अधिवक्ता के रूप में पेश करने और यहाँ एक डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में बिना लाइसेंस के तकरीबन दो वर्षों तक प्रक्टिस करने का आरोप है। जस्टिस शिर्सी वी ने राज्य सरकार और महिला की तरफ से पेश की गई लंबी दलीलें सुनने के बाद याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया। राज्य सरकार ने आरोपी को किसी भी तरह की राहत देने का विरोध किया है। याची की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता रॉय चाको ने कोर्ट में कहा कि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की अब कोई जरूरत नहीं है क्योंकि उस पर लगे आरोप से संबंधित सभी दस्तावेज बार एसोसिएशन के पास उपलब्ध हैं।https://lawtrend.in/khud-ko-advocate-bataane-wali-mahila-ki-bail-par-faisala-surakshit/
Latest News update - मध्यप्रदेश में विधानसभा में उथल पुथल के बाद अब राज्यसभा में भी दिलचस्प मुक़ाबला देखने को मिल सकता है। राज्य में राज्यसभा की तीन सीटें हैं। इन तीन सीटों के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने 2-2 प्रत्याशी उतारें हैं। मध्यप्रदेश विधान सभा का पहला सत्र खुलते ही बीजेपी अब सदन में फ्लोर टेस्ट की मांग कर सकती है क्योंकि 22 विधायकों के जाने के बाद सरकार माइनॉरिटी में आ गयी है । गुरूवार को बीजेपी के शिवराज सिंह चौहान, भूपेंद्र सिंह और नरोत्तम सिंह ने कहा कि सदन कि सरकार अल्पमत में आ गयी है और इस सरकार को सदन में अपना मत साबित करना पड़ेगा, एक अल्पमत वाली सरकार को बजट पेश करने का कोई अधिकार नहीं है आपको बता दें मध्य प्रदेश कि विधान सभा 228 सदस्यों कि है और इसमें कांग्रेस के विधायकों की संख्या 114 है साथ ही कांग्रेस को कुछ सदस्य बाहर से भी समर्थन दे रहे हैं पर अगर 22 विधायकों का इस्तीफ़ा मंजूर हो जाता है तो सदन में सदस्यों की संख्या 206 ही रह जायेगी और कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 92 ही रह जाएगी और भाजपा के पास 107 विधायक हो जाएंगे। Read more – Latest Trending update in hindi
CWC की बैठक में कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल हुए। सोनिया गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित किया।कोरोना संकट के बीच कांग्रेस वर्किंग कमिटी (CWC) की बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कोरोना वायरस के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों पर चिंता जाहिर की है। सोनिया गांधी का कहना है कि देश में अभी टेस्टिंग बहुत कम संख्या में हो रही है, इनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है। लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है, जो गंभीर बात है।राज्यपाल जगदीप धनखड़ का बड़ा बयान, ये राजनीतिक रोटियां सेंकने का समय नहीं हैCWC की बैठक में कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी शामिल हुए। सोनिया गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित किया। उनका कहना है कि जब सभी को एक साथ होकर इस महामारी से लड़ना चाहिए था तो बीजेपी उस समय नफरत के वायरस फैला रही है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो भी सुझाव दिए जा रहे हैं उनपर मोदी सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना वायरस से जंग में जो स्वास्थ्यकर्मी दिन रात लड़ रहे हैं उन्हें सरकार अच्छी क्वालिटी के पीपीई किट मुहैया कराने में असफल रही है।सोनिया गांधी ने आगे कहा कि मुश्किल के इस वक्त में सरकार को गरीब, मजदूरों और किसानों के खाते में 7500 रुपये डालने चाहिए। जिससे वो अपने परिवार का पेट भर सके। किसानों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से देश का किसान काफी परेशान है। अस्पष्ट खरीद नीतियों के अलावा सप्लाई चेन में आ रही परेशानी ने किसानों को बेहाल कर दिया है। सरकार को किसानों की समस्या को सुनकर इसका समाधान करना चाहिए। अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- जनता के साथ धोखाकेंद्र सरकार पर टेस्टिंग के आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि हमने बार-बार सरकार से कहा कि वो टेस्टिंग की गति को बढ़ाये। क्योंकि इस महामारी से लड़ने के लिए एक सबसे बड़ा हथियार टेस्टिंग ही है। लेकिन सरकार सुनने को ही तैयार नहीं है। देश में टेस्ट का अनुपात काफी कम है। इसके अलावा कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए डॉक्टरों को जो पीपीई किट दी जा रही है वो भी अच्छी क्वालिटी की नहीं है।AB STAR NEWS के ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं.